गगनयान
गगनयान कार्यक्रम
तीन अंतरिक्ष यात्रियों के दल के साथ 400 कि.मी. निम्न भू कक्षा तक मानव अंतरिक्ष उड़ान के प्रदर्शन करने की परिकल्पना करता है।
गगनयान अभियान के प्रमोचन यान के रूप में मानवानुकूलित जीएसएलवी मार्कIII की पहचान की गई है।
गगनयान कार्यक्रम कर्मीदल की संरक्षा को सर्वोच्च महत्व देता है और कर्मीदल की अंतरिक्ष तक और वापस पृथ्वी तक सुरक्षित और सुखद यात्रा सुनिश्चित करने के लिए पूरी कोशिश की जाएगी।
इस कार्यक्रम को इसरो केंद्रों, राष्ट्रीय संस्थाओं/एजेंसियों, शैक्षणिक समुदाय और उद्योगों के अंदर ही उपलब्ध विशेषज्ञता के बीच के तालमेल से कार्यान्वित किया जाएगा।
गगनयान कार्यक्रम अंततः एक सतत भारतीय मानव अंतरिक्ष अन्वेषण कार्यक्रम की नींव डालने की परिकल्पना करता है।
इस प्रकार यह कार्यक्रम अंतरिक्ष तक पहुंच रखनेवाले एक प्रतिष्ठित राष्ट्र की आकांक्षाओं को पूरा करता है।
- मनुष्यों को अंतरिक्ष में ले जाने और वापस लाने की क्षमता विकसित करने और अधिकतम उद्योग / अकादमिक भागीदारी और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से राष्ट्रीय विकास के लिए मूर्त और अमूर्त लाभों के साथ अंतरिक्ष तक पहुंच में स्वायत्तता प्राप्त करने की परिकल्पना है।
- बौद्धिक क्षमता और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए देश में वैज्ञानिक और तकनीकी विकास में तेजी लाना
- अंतरिक्ष में मानव की उपस्थिति को स्थापित करने और बनाए रखने के प्रयासों में वैश्विक अंतर-संचालनीयता की स्थापना करना
- सौर प्रणाली और उससे आगे के ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए वैज्ञानिक प्रयोग करने हेतु व्यवहार्य मंच प्रदान करना
- कहीं और संसाधनों के दोहन के लिए उभरते अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों में अधिक प्रभावी और न्यायसंगत भागीदारी को सक्षम करना और संभाव्य सामाजिक हितलाभों के लिए विकसित प्रौद्योगिकियों को काम में लाना